नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) को लेकर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं. ये सवाल कुछ इस तरह हैं…आखिर डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के दौरे से पहले अचानक ही कुछ लोग जाफराबाद में आकर क्यों बैठे? क्यों अचानक दिल्ली में जगह-जगह शाहीन बाग बनाने की कोशिश की गई? क्यों ट्रंप के भारत दौरे के दिन से कुछ घंटे पहले पूरी तरह से शांत दिल्ली अचानक धधक उठी?
सवाल ये भी है कि क्या ये ट्रंप के भारत दौरे के दौरान दिल्ली को जलाने और देश का नाम खराब करने की साजिश थी? क्या सिर्फ ट्रंप को दिखाने के लिए और इसे एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने के लिए 47 लोगों की जान ली गई?
इस सवाल का जवाब टुकड़े-टुकड़े गैंग के सरगना उमर खालिद ने खुद दिया और बताया कि कैसे ट्रंप के भारत दौरे के दौरान साजिशन दिल्ली को दंगे की आग में झोंका गया.दिल्ली हिंसा के मद्देनजर देशद्रोह के आरोपी उमर खालिद का 17 फरवरी को महाराष्ट्र के अमरावती में दिया गया भड़काऊ भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
सीएए, एनआरसी, और एनपीआर की मुखालफत कर रहे उमर खालिद ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 24 और 25 फरवरी की भारत यात्रा के मद्देनजर अमरावती में कहा था कि ट्रंप के आने के बाद लोगों को सड़कों पर उतरना चाहिए. मोदी सरकार देश को बांटने का काम कर रही है.
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उमर खालिद ने कहा था, ‘हम वादा करते हैं, 24 तारीख को जब डोनाल्ड ट्रंप हिंदुस्तान आएंगे, तो हम ये बताएंगे कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री और हिंदुस्तान की सरकार हिंदुस्तान को बांटने का काम कर रही है. महात्मा गांधी के उसूलों की धज्जियां उड़ा रही है. हम ये बताएंगे कि हिंदुस्तान की आवाम हिंदुस्तान के हुक्मरान के खिलाफ लड़ रही है. अगर हिंदुस्तान के हुक्मरान देश को बांटना चाहते हैं तो देश की आवाम हिंदुस्तान को जोड़ने के लिए तैयार है. हम तमाम लोग सड़कों पर निकलकर आएंगे. आप लोग सड़कों पर निकलकर आएंगे.’
अब खालिद के इस वीडियो पर विवाद हो गया है. अकाली दल के नेता मनजिंदर ने कहा, ‘सरेआम उमर खालिद कह रहे हैं और वही हुआ. नॉर्थ ईस्ट में इसी तरह लोग सड़कों पर उतरे. इसी तरह दंगे शुरु हुए और फिर कत्लेआम का रूप ले लिया. इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.’
बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा, ‘दिल्ली की हिंसा कोई अचानक नहीं हुई है, सोची समझी साजिश थी. आप देखिए उमर खालिद का एक बयान आया है, अमरावती में तो ये संयोग से वीडियो आ गया. लोगों ने दिल्ली में तैयारियां घरों पर कर रखी थी, अब तो सब लिंक हो रहा है.’
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा, ‘वो लोगों को उकसा रहे हैं कि वहां बैठें और हिंसा करें. ट्रंप के दौरे पर ये प्लान्ड है. ये सबको मालूम था. अब ये आरोप नहीं है, वीडियो एवीडेंस है उमर खालिद का.’